मगध हेडलाइंस: ब्यूरो रिपोर्ट औरंगाबाद। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की प्रमुख मीडिया इकाई, पत्र सूचना कार्यालय पीआईबी पटना द्वारा औरंगाबाद जिले में शुक्रवार को क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला ‘वार्तालाप’ का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन योजना भवन के सभागार में किया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम, पीआईबी निदेशक आशीष लाकरा, सहायक निदेशक संजय कुमार, वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर, ज़िला सूचना जन संपर्क पदाधिकारी कृष्णा कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी किशोर कुमार, चिकित्सक डॉ महेंद्र प्रताप समेत अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यशाला का उद्देश्य वस्तुतः मुख्य उद्देश्य विकासात्मक रिपोर्टिंग, सामाजिक अभिप्रेरक के रूप में मीडिया के दायित्व, आज के संदर्भ में मीडिया के समक्ष नई चुनौतियां और मीडिया कौशल उन्नयन जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई। साथ ही स्थानीय मीडिया के संदर्भ में सूचनाओं के प्रवाह को बेहतर व प्रभावी बनाने के लिए समुचित सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास करना है। पीआईबी से संबद्ध जानकारियां तथा कार्यशाला के उद्देश्यों के बारे में जानकारी साझा की गयी जबकि तकनीकी सत्र में जनकल्याण तथा इससे संबंधित योजनाओं की आमजन तक पहुंच बनाने में मीडिया की भूमिका पर मुख्य वक्ताओं द्वारा विचार प्रस्तुत किए गये।
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका अहम तो है ही साथ ही मीडिया को पारदर्शी और निष्पक्ष होकर जनता तक इसे पहुंचाने की पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार और जनता की उम्मीद है कि मीडिया जो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है वह निष्पक्ष काम करे। देश के स्वरुप और मजबूत बने इसके लिए जरुरी है जनहित और जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता को मिले। पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है जो न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका की गतिविधियों पर नजर रखती है और उनकी बातों को खबर बनाकर जनता तक पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की नीव जनता है, ऐसे में जनता की उम्मीद मीडिया से बढ़ जाता है। मीडिया को जनता से जुड़ी योजनाओं को उन तक पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए। जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर ने अपनी विचारों को रखते हुए पीआईबी के निदेशक आशीष लाकरा व सहायक निदेशक संजय कुमार को कई मुद्दों पर सुझाव और सवालों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि एक पत्रकार की अपनी गरिमा हैं। पत्रकार होना काफ़ी नहीं हैं बल्कि पत्रकारिता के मानदंडों के अनुकूल गुणवत्ता पूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचाना भी हमारी जिम्मेदारी हैं। वहीं इसके अलावा बारी-बारी से अपने सुझाव को रखते हुए वरिष्ठ पत्रकार सतीश कुमार मिश्र, संजय सिन्हा एवं गणेश प्रसाद सहित कई अन्य पत्रकारों ने वार्तालाप को संबोधित किया। पत्रकारों ने पीआईबी द्वारा चलाए जा रहे पत्रकार कल्याणकारी योजना को सकारात्मक पहल बताते हुए कहा कि राज्य स्तर पर भी इस तरह की पहल होने चाहिए। उन्होंने अपनी सुरक्षा व संरक्षा के सवाल भी उठाए।
पीआईबी, पटना के निदेशक आशीष लकरा ने कहा कि समय के साथ मीडिया के कार्यशैली में व्यापक बदलाव आया है। इंटरनेट के माध्यम से अब खबरें सेकेंड में पाठकों के पास पहुंच जाती हैं। लिहाजा हमें खबरों को परोसने के दौरान अब ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला के मीडियाकर्मियों तक पहुंच बनाने के उद्देश्य से इस वार्तालाप कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस वार्तालाप का उद्देश्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बेहतर कवरेज और लोगों तक उसकी पहुंच बनाने में मीडिया की भूमिका पर चर्चा करना है।
इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा पत्रकारों के कल्याण के लिए चलाई जा रही पत्रकार कल्याण योजना के बारे में जानकारी देते हुए पत्र सूचना कार्यालय के सहायक निदेशक संजय कुमार ने कहा कि इस योजना के माध्यम से पत्रकारों को कार्य करते समय होने वाली दुर्घटना या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। कोरोना काल में बिहार में अनेक पत्रकारों को इस प्रकार की सहायता राशि भारत सरकार द्वारा दी गई है। कोई भी पत्रकार सूचना और प्रसारण मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर अपना विवरण भरकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है तथा इस योजना के बारे में समुचित जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। पीआईबी, पटना के सहायक निदेशक संजय कुमार कार्यशाला के उदेश्यों की चर्चा करते हुए कहा कि सूचना को समाचार में तब्दील करने की कला ही सच्ची पत्रकारिता है। उन्होंने कार्यशाला में मौजूद पत्रकारों से कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उसकी सफलता में पत्रकारों की अहम भूमिका होती है। उन्होंने यह भी कहा कि मानसिक पर्यावरण बनाने में मीडिया की भूमिका है। सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी कृष्णा कुमार ने कहा कि बदलते परिस्थिति में यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है कि जो योजनाएं चल रही हैं, उसे ज्यादा से ज्यादा आम लोगों को रु-ब-रु कराया जाए। उन्होंने कई केंद्रीय योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जनता तक योजना की जानकारी पहुंचा कर पत्रकार करोड़ों लोगों के जीवन को संवारता है। राष्ट्र के निर्माण में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। सरकार चाहती है कि योजनाओं की जानकारी और लाभ लोगों तक पहुंचे। समापन सत्र के दौरान उपस्थित प्रतिभागियों ने कार्यशाला के आयोजन, महत्व एवं उपयोगिता के संबंध में अपने विचार लिखित फीडबैक के रूप में पीआईबी, पटना को सौंपे। कार्यशाला का संचालन पीआईबी सहायक निदेशक संजय कुमार ने किया।