– डी के यादव
मगध हेडलाइंस: कोंच(गया) प्रखंड में किसानों का पंजीकरण के बाद भी पैक्स एवं व्यापार मंडल की मनमानी से सड़ रहे धान की अधिप्राप्ति नहीं होने के कारण धान औने-पौने दाम में किसान बेचने को मजबूर हैं जिसे लेकर बिहार सरकार के सचिव (सहकारिता विभाग) को महागठबंधन प्रत्याशी रहे सुमंत कुमार ने एक पत्र लिखा है। पत्र में किसानों की समस्या को उजागर करते हुए लिखा है कि किसानों द्वारा धान बेचने के लिए पंजीकरण कराने के बावजूद ग्रामीण किसान-मजदूरों को औने-पौने कीमतों में व्यापारियों को धान बेचने को मजबूर हैं क्योंकि पैक्स एवं व्यापार मंडल (प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी) की किसानों के प्रति उदासीनता और व्यापारियों के प्रति खास संवेदना से आम लोगों का धान अधिप्राप्ति नहीं हो रहा है। विभिन्न गांवों का दौरा दौरान देखे हैं कि किसानों को धान की कीमत 1300-1400 रूपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है जो समर्थन मूल्य से कम नहीं बल्कि लागत से भी कम है, कीमत मिल रहा है और ऐसे सैंकडों उदाहरण हैं जो बहुत हीं चिंता का विषय है। सुखल सिंह , राजेश कुमार , मुकेश यादव सहित ऐसे सैंकडों किसान की धान खरीदारी के लिए हमनें बीडीओ, एसडीओ, बीसीओ से बात किया लेकिन आज तक खरीदारी नहीं हुई है। भ्रमण के दौरान ऐसा सुनने में आया है कि व्यापारी जो औने पौने में धान खरीद रहे हैं उसी व्यापारियो से हीं धिन को एमएसपी पर खरीद कर वारा न्यारा की जा रही है। उन्होंने प्रखंड में धान खरीद की मनमानी पर कार्रवाई करते हुए किसानों का धान अधिप्राप्ति शत प्रतिशत सुनिश्चित कराने का मांग की है।