विविध

ज़िला परिषद क्षेत्र संख्या 11 से निवर्तमान जिला पार्षद शंकर यादवेन्दू ने प्रचार प्रसार के अंतिम दिन लगाया ज़ोर

संघर्ष से उभरे राजनीतिज्ञ का संक्षिप्त जीवन परिचय
 
औरंगाबाद। शंकर यादवेन्दु औरंगाबाद जिले के ऐसे दिग्गज़ एवं धुरंधर नेताओं में से एक हैं जिनकी राजनीति में सक्रियता की एक अलग मिशाल हैं। छात्र जीवन से ही सामाजिक गतिविधियों में हिस्‍सा लेते रहे। शिक्षा में स्नातक किया है। जो किसी पहचान के मूहताज नहीं हैं उनकी गिनती उन बेजोड़ नेताओं में शुमार हैं जो समाज सेवा तथा जनता के हित के मुद्दों को भरसक प्राथमिकता देते हैं। अर्थात वह जनता सेवा को अपनी आन-बान और  शान समझते हैं, जिन्हें सिद्धांतों एवं मूल्यों का पक्का माना जाता है। सत्ता बदली, परिस्थितियां बदली पर नहीं बदली विचार घारा, कई दशकों से एक ही पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में रहकर मजबूती से खड़े रहे। पार्टी के कठिन परिस्थितियों में भी निभाई कई अहम भूमिका। आमतौर पर राजनीति में आने के बाद कई नेताओं की ललक या उत्सुकता सत्ताधारी पार्टी से जुडने की होती है, या फ़िर समय के साथ दल-बदल लेने की।
लेकिन विकट परिस्थितियों में भी अपने सिद्धांतो एवं विचारधाराओं से कभी समझौता न करने वालों में से एक जिला पार्षद व राजद नेता शंकर यादवेन्दू आज भी उसूलों के साथ जीते हैं। उनकी पहचान उन चुनिंदा नेताओं में से एक है, जो एक ओर पार्टी को अपना ठिकाना समझते है तो दूसरी तरफ पार्टी फैसले को अपनी विचारधारा। उन्होंने राजद के साथ नाता बनाया तब से पूरी लगन व निष्ठा के साथ जुड़े हुए हैं। एक ही दल में रहकर राजद की जड़ो को दशकों मजबूती प्रदान कर रहे हैं। वहीं उनके राजनीतिक सफर में कई उतार चढ़ाव आते जाते रहे, कभी सत्ता में रहे तो, कई वर्षों तक वनवास भी झेला है। इन सबके बावजूद न तो उनके मन में कभी दल बदलने की इच्छा जागृत हुई और न ही उनकी विचारधारा में कोई बदलाव आया। हर परिस्थितियों में वह अपने दल के साथ मजबूती से खड़े रहे। और आज पार्टी युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए है। आज कई राजनितिक युवा उनसे बेहतर मार्ग दर्शन प्राप्त कर रहें हैै। उनके अदम्य साहस और जन सेवा भावना से जनता सहानुभूति प्रकट करती है। विकट परिस्थितियों में भी उन्होंने अपने विरोधियों के छक्के छुड़ा दिए। उनकी राजनीतिक पाठशाला की शुरआत वर्ष 1995 में जानता दल की छात्र राजनीति से हुई हैं। जो उस समय की प्रमुख राजनैतिक दलों में से एक थी।

चुनाव प्रचार : सातवें चरण के होने वाले चुनाव में जिला परिषद क्षेत्र संख्या 11 से शंकर यादवेन्दू जिला पार्षद उम्मीदवार है। चुनाव प्रचार प्रसार के आखरी दिन लगाया जोर, वे इस बार जन समस्या एवं व्यापक चुनाव सुधार के मुद्दों पर आधारित चुनाव लड़ रहे है। जनसंपर्क के दौरान उन्हें हर जाति धर्म एवं वर्ग समुदाय का भरपूर सहयोग समर्थन एवं आश्वासन प्राप्त हो रहा है। उनका दावा है कि हमने विकास किया है और विकास करेंगे। बिना किसी भेदभाव के सरकार की योजनाओं का समुचित लाभ जनता को दिलाऊंगा। वहीं वादा नहीं विकास पर आधारित जनता से वोट का अपील की है। कहा कि जनता की आवश्यकताओं का ध्यान मैंने पहले भी रखा है और आगे भविष्य में भी रखूंगा। विकास परक योजनाओं का लाभ जनता को हर हाल में दिलाऊंगा। हमारा उद्देश्य राजनीति नहीं बल्कि जन सरोकार से जुड़ा रहा है। जनता के हित में ही हमारी हित निहित रही है। वे किसी के बहकावे में न आए। विकास और शांति बहाल कायम करने वाले एवं सच्चे पुरुष को वोट करें। जनता की हर समस्याओं का समाधान करूंगा। क्षेत्र के विकास के लिए कृत संकल्पित हूं। अधूरे कार्यों को पूरा करूंगा। मेरा उद्देश्य युवाओं, कामगर मजदूरों, छात्रों महिलाओं एवं किसानों की यथास्थिति में निरंतर सुधार लाना है। वहीं शिक्षा, स्वास्थ एवं पेयजल का अपेक्षाकृत उपलब्ध कराना है। उन्होंने 15 अक्टूबर 2021 को होने वाले चुनाव में जनता से पक्ष में वोट करने का अपील की है।

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