
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। 12 वर्षों से फरार कुख्यात नक्सली कमलेश यादव को खुदवां पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया हैं। इसके खिलाफ जिले के खुदवां थाना के अलावा गोह में आपराधिक मामला दर्ज हैं। इसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी, इसी क्रम में आज पकड़ा गया। पकड़ा गया नक्सली रफीगंज थाना क्षेत्र के पड़राही गांव का रहने वाला हैं। दाउदनगर सीडीपीओ कुमार ऋषि राज ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल के निर्देशन में जिला को अपराध एवं नक्सल मुक्त क्षेत्र बनाने के उद्देश्य से लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाएं जा रहे है। इसी क्रम में 3 जून को आसूचना प्राप्त हुई कि कुख्यात नक्सली और कई कांडों का वांछित अपराधकर्मी कमलेश जो वर्तमान में 12 वर्षों से फरार चल रहा है और जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत घूमते हुए देखा गया है जिसके आलोक में पड़राही को घेराबंदी करते हुए पुलिस ने छापामारी कर नक्सली को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार किया। आवश्यक कार्रवाई के उपरांत नक्सली को जेल भेज दिया गया। पकड़े गए नक्सली के खिलाफ खुदवां और गोह थाना में आपराधिक मामला दर्ज हैं। अन्य अपराधिक इतिहास के लिए विभिन्न थानों से संपर्क किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि उस नक्सली के द्वारा वर्ष 2013 में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पथरा गांव से पिसाय जाने वाली सड़क को बारूद लगाकर विस्फोट कर दिया गया था जिसमें पिसाय निवाशी सुशील पांडे सहित सात लोगों की मृत्यु हो गई थी। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद पुलिस के द्वारा नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाये रखने हेतु लगातार छापामारी अभियान जारी है। इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष सुशील कुमार सहित अन्य पुलिस बल शामिल थे।







