
– मिथिलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस: अंबा ( औरंगाबाद ) : भारत के अधिकतर क्षेत्रों में हिंदी भाषा बोली जाती है इसलिए 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा के द्वारा हिंदी को राजभाषा तथा केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा बनाने का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय को प्रतिपादित करने तथा हिंदी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए पूरे देश में 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। उक्त बातें विवेकानंद पब्लिक स्कूल के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने हिंदी दिवस के अवसर पर कही। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जब तक हम लोग हिंदी भाषा का पूर्ण रूप से उपयोग नहीं करेंगे तब तक हिंदी भाषा का विकास नहीं हो सकता है। आज लोग सामान्य बोलचाल में भी अंग्रेजी भाषा का या अंग्रेजी भाषा के शब्दों का इस्तेमाल करते हैं जिससे धीरे-धीरे हिंदी के अस्तित्व को खतरा पहुंच रहा है। हमें एकजुट होकर मातृभाषा के विकास को नए आयाम तक पहुंचाने की जरूरत है। इस अवसर पर स्कूल में निबंध लेखन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय के शिक्षकों ने भी हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर शिक्षक अनिल कुमार, अजय मेहता, जयबिंद प्रसाद, लालचंद साव, राकेश पांडेय, भीम कुमार, कृष्ण प्रसाद, रोहित कुमार, प्रशांत कुमार, रानी कुमारी, सुधा कुमारी, इंदु मैम, प्रीति कुमारी, बबीता कुमारी आदि लोग शामिल थे।