मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवक की मौत के बाद शव को बीच सड़क पर रखकर परिजनों ने जमकर प्रदर्शन किया जिसकी सुचना पर पहुंची पुलीस पर आक्रोशितों ने हमला कर दिया जिसमें एक पुलीस पदाधिकरी सहित चार कर्मियों को चोटे आई है। यह मामला जम्होर थाना क्षेत्र मोड़ डिहरी अंतर्गत भुइयां बिगहा की हैं। जानकरी के मुताबिक उस गांव का एक युवक श्रवण कुमार शहर के सत्येंद्र नगर स्थित एक मकान में काम कर रहा था। इसी क्रम में बुधवार को उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए परिजन जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह मेडिकल कॉलेज ले गए। इस दौरान इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।
इसके उपरांत परिजन शव को लेकर मोड़ डिहरी पहुंचे। जहां शव को सड़क पर रख प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान इन पर आरोप है कि आते-जाते निजी वाहनों के शीशों की तोड़फोड़ करने लगे जिसकी सूचना पर पहुंची पुलिस पर भी आक्रोशितों ने हमला कर दिया जिसमें एसआई प्रभुनाथ प्रसाद, एक होमगार्ड के जवान, गृह रक्षक एवं एक महिला पुलिसकर्मी रंजू कुमारी सहित अन्य घायल हो गई। मौके पर स्थिति रण क्षेत्र में तब्दील हो गई। स्थिति को बेकाबू होता देख थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने घटना की सूचना अपने वरीय पदाधिकारियों को दी जिसके अलोक में बड़ी संख्या में पहुंचे पुलिस बलों की मदद से स्थिति को काबू पाया गया और आक्रोशितों को समझा-बुझाकर सड़क से जाम हटवाया गया। इस घटना में कुल 28 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि एक युवक की इलाज के दौरान मौत के उपरांत परिजनों एवं स्थानीय लोगों द्वारा शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया जा रहा था। इस दौरान आक्रोशितों द्वारा आते-जाते निजी वाहनों के शीशे तोड़े व नुकसान पहुंचाए जा रहे थे जिसकी सूचना मिलने पर पहुंचे तो आक्रोशितों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी और हमला कर दिया जिसमें एक पुलिस पदाधिकारी सहित होमगार्ड, गृह रक्षक एवं एक महिला पुलिसकर्मी सहित अन्य घायल हो गए। इस घटना में 28 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है जिनके विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई के उपरांत जेल भेज दिया गया।