मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। 13 मई को आयोजित होने वाले लोक अदालत लेकर 12 बेंचो का गठन किया गया है जिसको लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश सम्पूर्णानन्द तिवारी ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के लिए 09 बेंचों का गठन किया गया है जिसमें वादों का त्वरित निष्पादन किया जायेगा इसी प्रकार अनुमण्डलीय व्यवहार न्यायालय दाउदनगर के लिए 03 बेंचों का गठन किया गया है जहां पर सुलहनीय वादों का निस्तारण की कार्रवाई की जायेगी।
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर द्वारा बताया कि औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक में वादों के निष्पादन हेतु बेंच संख्या 01 मोटर दुर्घटना वाद, ईजराय वाद, भरण-पोषण वाद तथा पारिवारिक मामलें, बेंच संख्या बेंच संख्या 2 पर बैंक ऋण से सम्बन्धित वाद, बेंच संख्या 03 पर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय वाद।
बेंच संख्या 04 पर सभी अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय वाद का निष्पादन बेंच संख्या 05 में अनुमण्डलीय न्यायिक दण्डाधिकारी एवं एनआईएक्ट से सम्बन्धित वाद बेंच संख्या 06 में विद्युत, वन, श्रम, परिवहन, मापतौल, टेलीफोन तथा अन्य सभी दिवानी वाद एवं बेंच संख्या 07 पर सुदीप पाण्डेय, सचिन कुमार न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी के न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय वाद बेंच संख्या 08 पर मो. शाद रज्जाक, नेहा दयाल न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय आपराधिक वाद तथा बेंच संख्या 09 पर नेहा एवं कणिका शर्मा, न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम श्रेणी के न्यायालय में
लंबित सुलहनीय वाद का निष्तारण हेतु गठित की गयी है। इसी प्रकार अनुमण्डलीय न्यायालय दाउदनगर के लिए बेंच संख्या 10 पर अनुमण्डलीय न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय से सम्बन्धित आपराधिक वाद एवं द0प्र0सं0 की धारा 107 एवं 144 तथा दिवानी वाद से सम्बन्धित मामले का निस्तारण किया जायेगा। बेंच संख्या 11 पर श्री सोनु सौरभ न्यायिक दण्डाधिकारी, दाउदनगर न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय आपराधिक वाद का निस्तारण तथा बेंच संख्या 12 पर श्री विकास कुमार रंजन व रवि शेखर वरशी, न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय से सम्बन्धित सुलहनीय वाद तथा टेलीफोन से सम्बन्धित वादों की निस्तारण की कार्रवाई की जायगी।
सचिव द्वारा बताया कि विभिन्न न्यायालयों तथा बैंक ऋण से सम्बन्धित लगभग आठ हजार नोटिस पक्षकारों को तामिला करायी गयी है, तथा 1650 का निस्तारण का लक्ष्य है जिसका साकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है। और इसका प्रचार-प्रसार भी व्यापक रूप से किया गया है इसलिए जागरूकता के माध्यम से चलाये गये। अभियान में जिन-जिन लोगों तक इसका पैगाम पहुुंचा है स्वयं भी राष्ट्रीय लोक अदालत के दिन आकर अपने वादों को निस्तारण कराने में विशेष रूचि लें और इसका अधिक से अधिक फायदा आप लोगो को मिले इसके लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार तत्पर है।