– अनिल कुमार राव –
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। ज़िला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जिले के लोगों को भरपूर दिलाया है। अपने तीन साल के कार्यकाल में सरकारी योजनाओं के माध्यम से नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने तथा जन समस्याओं का समाधान करना उनकी प्राथमिकता रही है।
जिला पदाधिकारी ने कई वर्षो से तमाम प्रमुख अनसुलझी समस्याओं का समाधान करने मे सफल रहे। अभावग्रस्त छात्रों को भी नहीं किया निराश : छात्रों को शिक्षा दिलाने की अनूठी मिशाल पेश की है। जहां एक ओर शैक्षिक नवाचारों में उनके द्वारा छात्रों में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने के लिये शुरू किये गये विभिन्न प्रतियोगिता ने राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता हासिल की है। वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन देने के लिये विविध प्रोग्रामों की शुरूआत की।
कृषि के विकास के लिए किया प्रयास : कृषि के क्षेत्र में उनकी पहल से जहां एक ओर किसानों की आय बढ़ी। वहीं सिचांई के लिये पानी उपलब्ध करवाया।
कोरोना काल में दिया संवेदनशीलता का परिचय :
कोरोना काल में जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाया। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में कोरोना पीड़ितों को राहत सामग्री और भोजन, चिकित्सा, दवा उपलब्ध कराई। कोरोना पॉजिटिव हुए लोगों से निरंतर दूरभाष पर कुशलक्षेम पूछकर उनका हौसला बढ़ाया और बेहद संवेदनशीलता का परिचय दिया।
सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का दिलवाया लाभ: अयोग्य व फर्जी लाभार्थियों के राशन कार्ड को रद्द किया, ताकि जरूरमंद लाभुकों को राशन का लाभ मिल सके। पेंशन तथा प्रधानमंत्री आवास योजना में तो वे पंचायत में खोज-खोज कर लाभुकों को लाभ देने का काम किया जिसके कारण जिले में उक्त योजनाओं में फैले भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगा है।
लॉ एण्ड ऑर्डर को रखा दुरुस्त : जिले मे लॉ एण्ड ऑर्डर पर भी उन्होने विशेष ध्यान दिया है जिसके परिणाम स्वरूप कई संवेदनशील अवसरों पर जिले मे शांति व सोहार्द कायम रहा। हांलाकि इस दौरान उन पर आरोप प्रत्यारोप भी लगे। लेकिन इन सबसे विचलित हुए बगैर वे अपने काम में मुस्तैदी से डटे रहे जिसका परिणाम यह रहा कि जिले मे भाईचारे व सौहार्द का वातावरण बना रहा।