(मिथिलेश कुमार)
कुटुंबा (औरंगाबाद)। आओ, चलें शिव की ओर ” शिव गुरु आध्यात्मिक परिचर्चा का एक दिवसीय कार्यक्रम रविवार को अम्बा एरका सिंचाई कॉलोनी के मैदान में आयोजित की गई जिसमें औरंगाबाद जिले के हजारों की संख्या में शिव शिष्य एवं शिष्याएं उपस्थित हुए। सभी वक्ताओं ने भगवान शिव के गुरु स्वरूप की चर्चा कर इस कालखंड के प्रथम शिव शिष्य हरिंद्रानंद जी एवं दीदी मां राजमणि नीलम आनंद के संदेश को बताया। जो उन्हें भगवान शिव से प्राप्त हुआ था।
भगवान शिव का आदेश मिला की हरिंद्रानंद तुम जो करते हो लोगों को भी करने के लिए कहो, तभी से चल पड़ी शिव गुरु की चर्चा। आज यह देखने को मिल रहा है कि हरिंद्रानंद के द्वारा दिए गए संदेश पर करोड़ों की संख्या में लोग शिव को अपना गुरु बनाकर अपने जीवन में अच्छी अनुभूति प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने तीन सूत्र बताए हैं। अपने गुरु शिव से मन ही मन दया की याचना करें कि हे शिव आप मेरे गुरु हैं, मैं आपका शिष्य हूं , मुझ पर दया कर दीजिए।
अपने गुरु की चर्चा दूसरे लोगों के साथ कर बताना है कि शिव मेरे गुरु है जो आपके भी हो सकते हैं। अपने गुरु शिव को “नमः शिवाय”से प्रणाम निवेदित करने का प्रयास करना है। यह तीन सूत्र सभी के शिव गुरु से जुड़ने का महामंत्र है। इस आध्यात्मिक परिचर्चा को शारदा सिंह, नागेश बाबू, प्रवीण जी, संतोष सिंह, पिंटू सोनी , सरोज देवी, आशा देवी, गुड़िया देवी, प्रभा पांडेय, संजय सिंह, हरीश भाई , शिवपूजन जी ने संबोधित किया।