औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले में दो तरह का मौसम हो गया है, कहीं लू का तो कहीं वज्रपात का खतरा है। मौसम विभाग को भी दोहरा अलर्ट जारी करना पड़ रहा है। बिहार के कुछ जिलों प्रचंड गर्मी से परेशान हो रहा है तो आधे से अधिक में बारिश और वज्रपात से खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने लू और वज्रपात से जान को खतरा बताते हुए लोगों को सावधानी बरतने की चेतावनी दी है। यह उक्त बातें कृषि विज्ञान केन्द्र सिरिस औरंगाबाद के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने बताया हैं।
पूर्वी हवा के कारण लू की मार :
श्री चौबे ने बताया कि अभी भी पूर्वी एवं दक्षिणी पूर्वी हवा का प्रवाह पूरे राज्य में जारी है। इसके साथ ही एक ट्रफ लाइन पश्चिमी उत्तर प्रदेश से उप हिमालय पश्चिम बंगाल की ओर पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार से होकर गुजर रही है। इस मौसमी कारकों के प्रभाव से बिहार के आधे हिस्से में प्रचंड गर्मी तो आधे में बारिश का संयोग बन रहा है। शनिवार और रविवार को दक्षिणी भागों के औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास, गया, नवादा, बांका और जमुई जिले को छोड़ बाकी सभी जिलों में बिजली चमकने और गरज के साथ बारिश की पूरी संभावना है।
दक्षिण पश्चिम भागो में लू की मार, उत्तर में बारिश :
बिहार के दक्षिणी भागों में सतह से 1.5 किलो मीटर ऊंचाई पर गर्म पछुआ हवा का प्रवाह हो रहा है, इसलिए प्रदेश के औरंगाबाद अगले 48 घंटे में लू की संभावना बनी है। इसलिए औरंगाबाद के नागरिकों को लू से बचाव को लेकर अलर्ट किया जा रहा है।
आगामी पांच दिनों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में गिरावट होगा (1, 2, 3, 4, 5, मई को अधिकतम तापमान 43.5, 41.5, 39.5 , 40.5, 39 और न्यूनतम तापमान 20 से 23 डिग्री सेल्सियस) रहने की संभावना है l इस दौरान 15 से 20 किलोमीटर की गति से पूर्वा हवा चलने की सम्भावना है। अगले तीन दिन तक आसमान में हल्के से आंशिक बादल छाए रहने की सम्भावना है। आज दोपहर में झारखण्ड के हरिहरगंज एवं औरंगाबाद के दक्षिणी भाग में तरफ रेखा बनने से कुछ क्षेत्रों में बूंदाबूंदी बारिश हुई। इस दौरान बारिश होने की संभावना नही है फिर भी सचेत रहने की जरूरत है और जिन किसान भाइयों के गेंहू के फसल का थ्रेसिंग के बाद अनाज बाहर है वो अनाज को सुरक्षित जगह पर भण्डारण करें।