– डी के यादव
मगध हेडलाइंस: कोंच(गया) अपने पूरे परिवार को पेट की भूख मिटाने के लिए बिहार से दिल्ली गए थे। कम्पनी में काम मिला, दो पैसे आने लगे और किसी तरह से परिवार चल रहा था। होली त्यौहार के मौके पर परिवार के साथ जीवन बिताने के लिए दिल्ली से अपने गाँव उतरेंन चल दिये। ट्रेन से आने के लिए जेनेरल बोगी का टिकट खरीदा। जहां, कम दर होने से कई मजदूर उस बोगी में भेड़ बकरियों की तरह लोग ठूस दिये जाते हैं। जहां ठीक से बैठना तो दूर खड़ा होने के लिए भी सोचना पड़ता है। यहां तक कि लोगों को बाथरूम में घुसकर भी आने के लिए विवश होना पड़ता है। प्रखंड कोंच के उतरेंन निवासी स्व.महेश मिस्त्री के पुत्र शम्भू मिस्त्री (35) को दीन दयाल उपाध्याय रेलखंड (गया मुगलसराय) के डेहरी ऑन सोन स्टेशन पर पहुंचते ही तबीयत बिगड़ने लगी और इसकी खबर दिल्ली के कंपनी में एकसाथ काम करने वाले और साथ में ही आ रहे औरंगाबाद निवासी ने इसकी जानकारी दुरभाष से शम्भू के परिजन को दी। तत्त्पश्चात उनके परिवार के लोग आए और उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज गया में बेहतर ईलाज के लिए भर्त्ती किया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। शव को दाह संस्कार के लिए गाँव पर लाया गया। ग्रामीण कुंदन यादव ने बताया कि वे एक गरीब परिवार से आते थे और उन्हें दो पुत्र एवं दो पुत्री है। परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।