– संजीव कुमार –
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद (मदनपुर ) : आज पवित्र सावन मास का अंतिम सोमवार है। अंतिम सोमवारी को लेकर हर जगह मंदिरों मे भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। जहां एक तरफ लोग भक्ति भावना मे लीन होकर भगवान भोलेनाथ के मंदिरों मे पूजा अर्चना कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ हर – हर महादेव के नारों की गुंज शिवाल्यों मे गुंज रही है।अंतिम सोमवारी को लेकर ऐतिहासिक उमगा पर्वत के सबसे ऊंचे पर्वत पर स्थित बेहद ही पौराणिक एवं धार्मिक स्थल गौरी शंकर के मंदिरों मे भक्तों की शैलाब उमड़ पड़ी। लोग अहले सुबह मे स्नान कर हाथों मे जल, दूध, बेलपत्र, पुष्प लेकर ऊंचे पर्वत पर जाकर जलाभिषेक किया। ऊंचे पर्वतों से हर – हर महादेव की गुंज पर्वत के चारों तरफ गूंजता रहा। अंतिम सोमवारी पर जानकारी देते हुए मुख्य पुजारी बालमुकुंद पाठक, अजय पाठक, ब्रम्हानंद पाठक, दिलीप पाठक व अन्य ने बताया कि सावन में भगवान शिव की कृपा श्रद्धालुओं पर बरस रही है। 8वें सोमवार के बाद आने वाली पूर्णिमा के साथ सावन का समापन होगा। अंतिम सोमवार पर आयुष्मान और सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। वहीं, प्रदोष के साथ सोमवार के व्रत का भी संयोग बन रहा है। 19 साल के बाद अधिमास और सावन का संयोग भक्तों के लिए कल्याणकारी है। 8 सोमवार वाले सावन का अंतिम सोमवार श्रद्धालुओं के लिए फलदायी रहेगा।कृपा प्राप्ति के लिए भगवान शिव की आराधना किसी भी दिन की जा सकती है लेकिन श्रावण मास के सोमवार की महिमा बेहद खास है। सावन के अंतिम सोमवार को आयुष्मान योग और सौभाग्य योग निर्मित हो रहा है। इस योग में व्रत- पूजन से महादेव की विशेष कृपा श्रद्धालुओं को प्राप्त होगी।सावन के अंतिम सोमवार के व्रत के साथ ही प्रदोष व्रत का भी संयोग बन रहा है। श्रद्धालुओं ने गौरी शंकर गुफा से दर्शन करते हुए काल भैरव मंदिर, माता उमंगेश्वरी दरबार,गणेश मंदिर, शहस्त्र शिवलिंगी मंदिर, सूर्य मंदिर, मटुक भैरव मंदिर मे पूजा अर्चना की। पर्वत पर मौजूद पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चरण के साथ पूजा अर्चना कराई। साथ ही गांव के शिवालयों मे काफी संख्या मे महिलाएं व पुरुषों ने जलाभिषेक किया।