
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। कृषि विभाग के पौधा संरक्षण के सहायक निदेशक रॉकी रावत ने बताया किसानों के लिए बिहार सरकार विशेष अनुदान पर ड्रोन पर उपलब्ध करा रही है ताकि किसानों का मेहनत और समय बचे और उन्हें ज्यादा मुनाफा हो। वित्तीय वर्ष 2024 और 25 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत पौधा संरक्षण विभाग द्वारा मानव रहित हवाई ड्रोन के क्रय पर अनुदान 60 प्रतिशत या अधिकतम 3.65 लाख रूपये अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। यह बात पौधा संरक्षण सहायक निदेशक रॉकी रावत ने कहीं। उन्होंने बताया कि इस योजना अंतर्गत प्रत्येक अनुमंडल हेतु एक मानव रहित हवाई ड्रोन के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। ड्रोन के क्रय हेतु आवेदन कृषि विभाग के OFMAS पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से किया जायेगा एवं लाभार्थी का चयन भी जिला स्तरीय गठित कमिटी के द्वारा अनुमंडलवार लॉटरी कर चयन किया जाएगा। आवेदक के द्वारा ड्रोन क्रय का 60 प्रतिशत अधिकतम 3.65 लाख रूपये के अतिरिक्त शेष राशि का भुगतान कर ड्रोन का क्रय किया जायेगा एवं अनुदान की राशि संबंधित कंपनी एवं विक्रेता के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जायेगा।इस योजना हेतु कोई भी किसान, बारी कृषि क्लीनिक संस्थापक, कृषि यंत्र बैंक, स्वयं सहायता समूह, अनुज्ञप्ति धारी कीटनाशी विक्रेता, किसान उत्पाद संगठन, स्वयं सेवा संस्थान, निजी संस्थान एवं रजिस्टर्ड कंपनी आदि पात्र होंगे। चयनित लाभार्थियों का ड्रोन पायलट प्रमाण पत्र हेतु प्रशिक्षण डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, मान्यता प्राप्त संस्थान के माध्यम से भारत सरकार द्वारा निर्धारित ड्रोन पायलट प्रशिक्षण मॉड्यूल के तर्ज पर किया जायेगा। विशेष एवं अधिक जानकारी के लिए सहायक निदेशक पौधा संरक्षण औरंगाबाद कार्यालय से संपर्क करें।
घंटो का काम अब मिनटों में : उन्होंने बताया कि खेतों में कीटनाशक व तरल उर्वरक के छिड़काव के लिए ड्रोन एक अच्छा विकल्प है। ड्रोन की मदद से सिर्फ 7 मिनट में एकड़ भर खेत स्प्रे का छिड़काव हो जाता है। इससे किसानों को समय और मजदूरी दोनों की बचत होती है। किसानों को आसानी से ड्रोन सुविधा का लाभ मिले इसके लिए बिहार सरकार के तरफ सब्सिडी वाले दरों पर ड्रोन उपलब्ध कराया जा रहा है।






