
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। बुधवार की शाम एक विद्युत कर्मी की मौत कोई पहली घटना नहीं है। विभाग की लापारवाही से इस तरह की घटनाएं आम बात हो गई हैं। यह बात राजद युवा नेता विक्रम यादव ने कही। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी लापरवाही से दो विद्युत मिस्त्री की मौत में हो चुकी है। इसके वावजूद विभाग लापरवाह हैं, हर साल मेला से पहले स्थानीय समाजसेवियों का एक शिष्टमंडल विभाग के अधिकारियों से मिलता है और देव स्थित पावर सब स्टेशन से लेकर पुरे नगर पंचायत क्षेत्र में ऑन द रोड या अंडर कवर वायरिंग की मांग पिछले कई वर्षो से करते आ रहा है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है। गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध देव कार्तिक छठ मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश – विदेश से पहुंचते है लेकिन विभाग के उपेक्षा के कारण देव में इस तरह की अनहोनी से लोग प्रभावित होते हैं। उन्होने कहा कि विद्युत विभाग की लापरवाही के करण विश्रामपुर गांव निवासी दीपक पासवान की जान चली गई, वह मानव बल के रूप में कार्यरत था। इस घटना की जवाबदेही सहायक विधुत अभियंता देव एवं कनीय विधुत अभियंता देव की है, जिसको लेकर इनके उपर हत्या का मामला बनता है। साथ ही राज्य सरकार एवं विद्युत विभाग से यह मांग करते है कि मृतक के आश्रित को तत्काल 10 लाख रूपए का मुआवजा तथा आश्रित को स्थायी नौकरी दिया जाए।