मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। लूट एवं गोली मारकर हत्या के प्रयास मामले चार अपराध कर्मियों को धर दबोचा गया। यह घटना गत गुरुवार की है जिसमें अपराध कर्मियों ने वारदात को अंजाम दिया था और मौके से फरार हो गए थे। इनके पास से घटना में प्रयुक्त अपाची बाइक, पैनासोनिक का बड़ा वीडियो कैमरा (कीमत लगभग एक लाख), निकॉन का छोटा कैमरा (कीमत लगभग 90 हजार), एक हार्डडिस्क एवं तीन मोबाइल फोन बरामद किया गया।
पकड़े गए अपराध कर्मियों में नगर थाना क्षेत्र के नावाडीह स्थित गंज मोहल्ला निवासी किशोर ठाकुर के पुत्र राहुल कुमार, काली क्लब निवासी सुनील कुमार सिंह के पुत्र सन्नी कुमार, मोहम्मद इम्तियाज के पुत्र पम्मी कुमार उर्फ शाहनवाज एवं टिकरी रोड निवासी दरोगा खान के पुत्र शाहरुख खान उर्फ आमिर खान के रूप में की गई है। यह घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुआ धाम रोड की हैं जहां गुरुवार को तीन अज्ञात अपराध कर्मियों के द्वारा जम्होर थाना क्षेत्र के शांतिपुर गांव निवासी विनय राम के पुत्र सोनू कुमार एवं उसके चाचा विकास कुमार को गोली मारकर अज्ञात अपराध कर्मियों द्वारा तीन महंगे कैमरा छीन लिया गया था। इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के 24 घंटे के अंदर कांड का सफल उद्भेदन किया गया।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया जिसमें सहायक पुलिस अधीक्षक सह सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वीटी सहरावत के नेतृत्व में थानाध्यक्ष राजेश कुमार, एसआई सुशील कुमार शर्मा (जिला सूचना इकाई) , नगर थाना एसआई मनीष कुमार समेत अन्य सशस्त्र बलों के द्वारा उपयुक्त साक्ष्यों, तकनीक एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर सुनियोजित तरीके से की गई छापेमारी के दौरान चार अपराध कर्मियों को गिरफ्तार किया किया गया। पूछताछ के क्रम में अपराध कर्मियों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इनके पास से चोरी की सामग्रियां बरामद की गई।
मामले में प्रेस वार्ता आयोजित कर पुलिस अधीक्षक सपना गौतम मेश्राम ने बताया कि लूट एवं गोली मारकर हत्या प्रयास मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड का सफल उद्भेदन कर लिया है जिसमें चार अपराध कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही लूट का कैमरा एवं घटना में प्रयुक्त अपाचे बाइक बरामद किया गया है। गौरतलब हैं कि वारदात को अंजाम देने से पहले उक्त अपराध कर्मियों ने शादी में बुकिंग का झांसा देकर पीड़ित को पहले फोन कर उक्त जगह पर बुलाया और घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए थे।
इसके बाद पकड़े गए अपराध कर्मियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई के उपरांत सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि इस कांड के सफल उद्भेदन में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।