– रामविनाय सिंह –
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। गोह प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर में कमरा के अभाव में एक रूम में पहला वर्ग, दूसरा वर्ड व तीसरी वर्ग की पढ़ाई होती है। हालांकि विद्यालय में भवन निर्माण को लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रेम कुमार द्वारा कई बार विभाग को पत्राचार किया गया। लेकिन आज तक स्थिति ज्यो की त्यों बनी हुई है। गुरुवार को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नंद लाल प्रसाद विद्यालय का अचौक निरीक्षण करने पहुंचे। जहां प्रभारी प्रधानाध्यापक ने विद्यालय की समस्या से बीईओ को अवगत कराया। सबसे पहले विद्यालय में कमरे की कमी को गिनाई गई उसके बाद विद्यालय की रसोई घर को दिखाया गया जहां रसोई घर के टूटे हुए छत को देखकर बीईओ को तत्काल उसे विभाग को जानकारी देते हुए बनवाने की बात कही। बीईओ ने देखा कि दो कमरे में यह विद्यालय संचालित हो रहा है। ये दो ही कमरे में कार्यालय कार्य से लेकर शिक्षण कार्य किया जा रहा है जिसमे बच्चो को मध्यान भोजन बनाने को लेकर एक कोने में जलावन भी रखा गया है। प्रधानाध्यापक प्रेम कुमार ने बताया कि विद्यालय भवन की कमी के कारण परेशानी हो रही है। एक कमरे में दो से तीन वर्ग बच्चों को बैठाना पड़ रहा है। विद्यालय में नामांकित छात्रों में अधिकतर बच्चे विद्यालय आते हैं। भवन के अभाव के कारण किसी तरह विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। साफ तौर पर कहें तो यह विद्यालय संसाधन के अभाव में दंश झेल रहा है। एक ही कमरा में दर्जनों छात्रों को बैठकर विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। छात्रा खुशबू कुमारी, अनु कुमारी, प्रीति कुमारी ने बताया कि भवन की कमी के कारण काफी परेशानी होती है। इस विद्यालय में प्रभारी को लेकर चार शिक्षक है जिससे स्पष्ट है कि यहां शिक्षक की भी कमी तो है ही साथ ही कमरे की कमी होने के कारण काफी दिक्कतें होती है। क्या कहते है प्रभारी प्रधानाध्यापक – प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रेम कुमार ने बताया कि भवन निर्माण को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा गया परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। मीटिंग में भी इस बात को उठाया जाता है। क्या कहते है पदाधिकारी – प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नंद लाल प्रसाद ने बताया कि इस विधालय में कमरा के साथ साथ संसाधन की कमी है। इसको लेकर विभाग को पत्राचार कर समस्या से निजात दिलाने का प्रयास किया जायेगा।