मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। बिहार सरकार के पुर्व सहकारिता मंत्री सह भाजपा के कद्दावर नेता रामाधार सिंह के बयान पर ज़िले की राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं जिस पर पार्टी के ही कार्यकर्ताओं ने पलटवार किया है। इस दौरान प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश कार्य समिति सदस्य अशोक सिंह, जिला महामंत्री मुकेश सिंह, जिला कोषाध्यक्ष आलोक सिंह एवं जिला मीडिया प्रभारी मितेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि जब से सांसद सुशील कुमार सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की दामन थामा है, तब से पार्टी की नीति और सिद्धांत को आत्मसात किया है और अक्षर सह पालन करते हुए, सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से पार्टी को मजबूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पुर्व मंत्री सद्बुद्धि खो बैठे हैं। सांसद पर झल्लाहट निकालते – निकालते पूर्व मंत्री ने पीएम मोदी तक को नहीं छोड़ा। उत्तर कोयल नहर परियोजना प्रदेश की सबसे महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजना हैं जिसे मगध का लाइफ लाइन कहा जाता हैं। इस परियोजना का शिलान्यास पीएम मोदी ने किया था। लेकिन बिहार सरकार के गलत नीतियों के चलते वन विभाग द्वारा रोक लगाया गया था। उसके बाद से लगभग यह परियोजना मृत प्रायः हो चुकी थी जिसे सांसद के प्रयास से पुनः निर्माण कार्य की उम्ममिद जगी है। इस परियोजना के लिए पीएम मोदी द्वारा 1627 करोड़ रूपए की राशि आवंटित की गई। लेकिन बाद के दिनों में बिहार और झारखंड सरकार के प्रतिबद्धता के चलते निर्माण कार्य में विलंब हुआ। फिलहाल परियोजना के निर्माण कार्य के लिए 2430.76 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिली हैं। इसके साथ ही केंद्र सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जिस जमीन के किसानों को वर्षो पहले मुआवजा राशि भुगतान किया जा चुका हैं, उस जमीन के किसानों की हितों के संदर्भ में पुनः मुआवजा प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। यह देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जिसमें किसानों को पुर्व में जिस जमीन का मुआवजा दिया जा चुका हैं उसका पुनः भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने इस कार्य के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। साथ ही कहा कि इस कार्य के लिए हम उनके आभारी हैं जिसमें उन्होंने समय पर पैसे उपलब्ध करवाया जिसके परिणाम स्वरूप परियोजना का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। लेकिन इस पर पुर्व मंत्री के द्वारा राजनिति करना कही से उचित नहीं है। सांसद से निजी खीज निकालते – निकालते पीएम मोदी को झुठलाना उचित नहीं है। उन्होनें कहा कि सांसद का राजनिति छलांग लंबी हैं लेकिन पुर्व मंत्री का राजनितिक अवसान हो चुका हैं। अपने से किसी को कमतर नहीं आकना चाहिए। पूर्व मंत्री गत विधानसभा का चुनाव हारने की खीज सांसद पर निकाल रहे हैं। आप सांसद के कारण चुनाव नही हारे, बल्कि जनता का विश्वास न जितने के कारण हारे हैं। उनका आरोप हैं कि चुनाव पैसा बाट कर उन्हें हरवाया गया है। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। उक्त चुनाव में वोट खरीदने के लिए उन्होंने अनगिनत लोगों में पैसे बाटे हैं। षड्यंत्र की राजनीतिक वह खुद करते हैं। चुनाव में पैसे देकर किसी को खड़ा करवा देते हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सांसद के खिलाफ़ गांव – गांव घूम कर लोगों को वोट देने से मना किया था जिसके कई गवाह है। इस मौके पर जिला प्रवक्ता दीपक सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष अनिता सिंह एवं गुड़िया सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।
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