
राम विनय सिंह
मुआबजे को लेकर गया -दाउदनगर मुख्य सड़क 3 घण्टे जाम
घटना स्थल पर सीओ व थानाध्यक्ष लोगों को समझाने बुझाने में जुटे
औरंगाबाद। गोह थाना क्षेत्र के बाजार वर्मा बगीचा के पास बुधवार की शाम एक जेसीबी की चपेट में आने से दो बाइक सवार व्यवसाई की मौत मौके पर ही हो गई। जबकि एक पैदल जा रहे युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने मुख्य सड़क को जाम कर प्रसाशन केेे खिलाफ नारेबाजी की ओर मुआवजे की मांग को लेकर अड़े रहे। सूचना पर पहुंचे गोह पुलिस ने मामले की छानबीन में जुट गई है। मृतक की पहचान चपरा गांव के अनिल पासवान एवं अरविंद चंद्रवंशी के रूप में की गई है। वही घायल चपरा गांव के अनूप ठाकुर बताया जा रहा है। बताया जाता है कि चपरा गांव निवासी स्वर्गीय राम जन्म पासवान के 30 वर्षीय पुत्र अनिल पासवान एवं वशिष्ट रवानी के 40 वर्षीय पुत्र अरविंद रवानी गोह बाजार से अपने दुकान का सामान खरीदारी कर एक ही बाइक पर सवार होकर अपने घर चपरा जा रहे थे। जैसे ही बाजार वर्मा गांव एवं दुल्ला बीघा के बीच बगीचा के पास पहुंचे की तेज रफ्तार से आ रही जेसीबी ने उसे रौंद दिया जिसे दोनों की दर्दनाक मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि चपरा गांव के एक युवक अनूप ठाकुर पैदल जाने के क्रम में दुर्घटना ग्रस्त हो गए जिसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना मिलते ही गोह पुलिस व बन्देया पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गई है। हालांकि घटना के बाद गुस्साए लोगों ने मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। सूचना पर पहुँचे सीओ मुकेश कुमार ने आक्रोशितों को समझाने बुझाने में कई घण्टे कड़ी मशक्कत की, लेकिन लोग मुआबजे लिए बिना मानने को तैयार नही थे।समाचार प्रेषण तक सड़क जाम थी और लोग मुआबजे की मांग को लेकर लगातार नारेवाजी करते रहे।
हमर रजवा कइसे छोड़के चल गेलन मइया :
घटना की सूचना जैसे ही मृतक अनिल की पत्नी पूनम देवी को मिली बदहवास अवस्था मे गीरते पटकाते हुए घटना स्थल पर पहुंची। पति का शव देखते ही बेहोश हो गई। परिजन काफी मसक्कत के बाद उसे होश में लाया। हलाकि होश आते ही अपनी पति को बार बार खोज रही थी बस एक ही रट लगा रही थी। हमर रजवा कइसे छोड़के चल गेलन मइया। आये हुए लोग ढाढ़स बंधाने में जुटे हुए थे। इस दौरान मृतक पुत्र आनंद, संदेश, आदेश व सुरेन्द का रोते रोते वुरा हाल था।वही मृतक अरबिंद की पत्नी व पुत्री नेहा कुमारी व रिया कुमारी का रोते रोते हाल बेहाल था। लोग ढाढस बंधाने में जुटे हुए थे।
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