
डी के यादव
गया। कोंच प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चबुरा पंचायत के बसंतपुर गांव में जलजमाव और कीचड़ से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी यहां के लोग नारकीय जीवन जीने को विवश हैं। बसंतपुर गांव में आने-जाने का नहीं तो कोई सड़क है और नहीं कोई गली में सोलिंग या पीसीसी। बसंतपुर गांव के अखिलेश यादव,अशोक कुमार, सुनील, राजबलम शास्त्री, जयराम, शम्भू कुमार, पिन्टू का कहना है कि जब भी चुनाव आता है तो प्रतिनिधि सिर्फ और सिर्फ आश्वासन देकर वोट लेता है। चुनाव जीतने के बाद ऐसे गायब हो जाते हैं जैसे गधे के सिर से सिंग। बसंतपुर गांव के लोग इस समस्या को हर वर्ष जनप्रतिनिधियों के सामने लगातार शिकायत करते रहते हैं बावजूद कोई सुनवाई नहीं है। ग्रामीणों की माने तो यह समस्या कई साल से है। गली में जमा कीचड़ से स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को काफी परेशानी होती है। यही नहीं आते- जाते समय कई बार लोग गिरकर घायल भी हो गए हैं। बदबू के कारण घरों में रहना भी दुर्बल हो गया है। गली में फैली गंदगी पर मच्छर मक्खी पनप रही है जिससे बीमारियां होने का डर सताने लगा है। ग्रामीणों ने कई बार ग्राम पंचायत से लेकर उच्च अधिकारियों तक शिकायत की लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया। बेशक बिहार सरकार स्वच्छ गांव का ढिंढोरा पीट रही हो लेकिन सच्चाई सभी के सामने है।