
औरंगाबाद। अब भी हिन्दी नहीं बन पायी है रोजगार की भाषा: कारण एवं निवारण’ विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। यह उक्त आयोजन करने का निर्णय जनेश्वर विकास केन्द्र के साहित्यकार विश्वनाथ राय की अध्यक्षता मे सहदेव चौधरी पुस्तकालय देव मे हुई बैठक मे लिया गया। केन्द्रीय सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि गत वर्षों की तरह इस वर्ष भी अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितंबर से हिन्दी दिवस 14 सितंबर तक हिन्दी सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है। इसी क्रम मे 12 सितंबर को देव मे “हिन्दी का रोजगार की भाषा नहीं बन पाने का कारण और निवारण” विषय पर संगोष्ठी स्थानीय साहित्यसेवियों का सम्मान और छात्र छात्राओं के बीच निबंध प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया गया। आयोजन को सफल बनाने हेतु संगोष्ठी उप समिति मे यशवंत कुमार अधिवक्ता, रामाश्रय सिंह अधिवक्ता निर्मल सिंह अनील सिंह और सुरेन्द्र प्रसाद चौरसिया सम्मान समारोह उप समिति मे विश्वनाथ राय, नेमन बाबू , जनेश्वर यादव एकबाल अहमद और मीना देबी को तथा निबंध उप समिति मे रबीरंजन कुमार और समाजसेवी नन्दलाल कूमार को चयनित किया गया। अन्य प्रस्ताव के जरिए देव के सर्वांगीण विकास हेतु मास्टर प्लान बनाने हेतु जिला पदाधिकारी को स्मार पत्र देन तथा आवेदन की कौपी प्रधानमंत्री, प्रभारी मंत्री और नगर पंचायत देव के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी को देन की बात तय की गयी। इस दौरान नेमन मेहता, केन्द्र के केन्द्रीय अध्यक्ष रामजी सिंह, एकबाल अहमद, निर्मल सिंह, जनेश्वर यादव, डॉ महेन्द्र हार्ड, समाजसेवी नंदलाल मेहता, रवीरंजन कुमार, सुरेन्द्र , रामाश्रय सिंह, अनीता देवी, मीना दिवी, यशवंत कुमार अन्य उपस्थित थे।