
तीन बार उप प्रमुख के रूप में सेवा प्रदान करने वाले बदशाह यादव इस बार पुनः खौरा बिन्द पंचायत से लड़ेगें पंचायत समिति का चुनाव
आम जन जिवन का जब तक उत्थान नहीं होगा तब तक समाज और देश का विकास नहीं होगा : बादशाह यादव
औरंगाबाद। बिहार मेें पंचायत चुनाव का ऐलान किये जाने के बाद उम्मीदवारों में चुनाव लड़ने की कवायदे तेज हो गई है। इस सिलसिले में राष्ट्रीय जनता दल का एक ऐसा नेता जो जीवन के हर संघर्ष में विजेता के तौर पर उभरे और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने ओम प्रकाश उर्फ बादशाह यादव ने एक ऐसी मिसाल कायम की है कि जहां अपने क्षेत्र को अति पिछड़ेपन के चंगुल से मुक्त कराया वहीं विभिन्न कठीन – से कठीन समस्याओं तक का सफर तय किया और जीवन में कभी हार नहीं मानी। बादशाह यादव औरंगाबाद जिले के सदर प्रखंड के कोसडिहरा गांव की एक साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि से आने वाले बेहद गरीबी और साधारण परिवेश में पले-बढ़े एवं उनका मकान कच्चा और संसाधन विहीन था। बारिश में मकान से पानी टपकता था। भीगने से बचने के लिए पूरा परिवार कोने में दुबक जाता था। उन्होंने मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से भरा राजनितिक तरक्की पाने के लिए मुश्किलों से भरा एक लंबा सफर तय किया है। पहली बार उन्होंने पत्नी को जिला पार्षद का उम्मीदवार बनाया और जन हित से जुड़े मुद्दों को अपना लक्ष्य बनाया। काफ़ी कोशिशों के बाबजूद असफल रहे लेकीन कभी निराश नहीं हुए। वे हमेशा जनहित से जुड़े समस्याओं को त्वरित निस्तारण करने के लिए जाने जाते है। उनका समय के साथ समाज सेवा के प्रति गहरा लगाव रहा हैं इसी लगन व लगातार मेहनत के बल पर उन्होंने पुन: चुनाव लड़ने की ठानी और दूसरी बार उन्होंने अपनी पत्नी को पुनः पंचायत समिति पद से चुनाव लड़ाया और इस बार सफलता प्राप्त की और सदर प्रखण्ड के उप प्रमुख बनने तक का सफर तय किया। इसके बाद वे खुद दो बार सदर प्रखंड के उप प्रमुख पद के लिए चुने गए। समय के साथ उन्होंने खुद को एक ऐसे युवा नेता के रूप में स्थापित किया जो संघर्ष और सफलता की धमक से आज पूरे जिले में मजबूत पहचान बना चुके है। बादशाह यादव अपने मिलनसार व्यवहार से जनता के हितों को अपने हित समझने वाला जनता से जुड़े व जनता का दर्द समझने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने हमेशा जनता एवं जनता से जुड़े विकासात्मक कार्यों को प्राथमिकता दी है। छोटे से गांव से निकलकर अपने क्षेत्र में समित नहीं रहे बल्कि जिले की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने निजी व सार्वजनिक जीवन में काफ़ी उतार-चढ़ाव देखें हैं। बादशाह यादव इस बार पुनः त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सदर प्रखंड के खैरा बिंद पंचायत से समिति पद से उम्मीदवार घोषित किया है। उन्होने अपने कार्यकाल में जनहित से जुड़े विभिन्न विकासात्मक कार्य किये व कई बड़े जनता की समस्याओं का सामाधान किया। बादशाह यादव ने कहा है कि इस बार भी जनता मुझे सेवा का अवसर प्रदान करेगी जिसका मुझे पुरा भरोसा है। हमारे द्वारा किये गये विभिन्न विकासात्मक कार्यो का जनता उचित मूल्यांकन करेगी और पुनः हमारी हाथों को मजबूत करेगी ताकि भविष्य में भी उनके लिए बेहतर कार्य कर सके। उनका मानना है कि यदि मन का हो तो अच्छा, ना हो तो ज़्यादा अच्छा। आम जन जिवन का जब तक उत्थान नहीं होगा समाज और देश का विकास नहीं होगा।
3 Comments