
रक्तदान महादान है,जरूरतमंद को रक्त देना मानवता का काम
औरंगाबाद। रक्त की कमी के कारण मौत से जूझ रही एक हिन्दू युवती को कांग्रेस नेता मोहम्मद शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने रक्तदान कर जान बचाया। युवती का हिमोग्लोबिन छह प्रतिशत था। हेमोग्लोबिन कम होने के कारण वह अस्पताल में जीवन व मौत से जूझ रही थी, उसे रक्त की आवश्यकता थी, परंतु मिल नहीं रहा था। बता दें की पूर्व में युवती के परिजन कई लोगों से रक्तदान को लेकर संपर्क किया लेकिन उपलब्ध नही हुआ। इसी क्रम में परिजनों ने कांग्रेस नेता से संपर्क किया और रक्त उपलब्ध कराने की बात कही। इसके उपरांत कांग्रेस नेता ने रक्त दान किया। इसके साथ ही उन्होंने यह 29 वीं बार रक्तदान किया बल्कि मानवता की मिशाल कायम की हैं। जानकारी के मुताबिक युवती के परिजन बारुण थाना क्षेत्र के उर्दीना गांव के रामपति राम की पुत्री अल्पना कुमारी (21) अस्पताल में हिमोग्लोबिन की अभाव में जिंदगी और मौत से जूझ रही थी। सल्लू खान ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है इसलिए रक्तदान को महादान कहते हैं, क्योंकि यह दान दूसरों की जिंदगी बचाने के साथ खुद की सेहत दुरुस्त करता है। बताया कि हमारा रक्तदान किसी को एक नई जिंदगी दे सकती है। इस बात को बहुत कम लोग है जो समझ सकते हैं। आजकल लोग अब धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं, परंतु पहले लोग किसी अजनबी को अपना रक्तदान नहीं करते थे। रक्तदान का महत्व तब पता चलता है जब कोई अपना तकलीफ में हो। अगर हमारे एक रक्तदान से किसी अनजान की अनमोल जिंदगी को बचाया जा सकता है तो इससे बड़ा पुण्य और नहीं हो सकता हैं।