
डॉ ओमप्रकाश कुमार
औरंगाबाद। दाउदनगर अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय दाउदनगर के अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने 11 सितंबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर अधिवक्ताओं के साथ बैठक की और राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता हेतु सहयोग प्रदान करने की अपील की। एसडीजीएम ने कहा कि शीघ्र एवं निशुल्क वादों का निष्पादन हेतु आगामी 11 सितंबर को अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय दाउदनगर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाना है ,जिसकी तैयारी चल रही है। सुलहनीय आपराधिक वादों का निष्पादन कराने हेतु राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। लोक अदालत में आपसी समझौता के माध्यम से विवादों का समाधान किया जाता है। मामले का तुरंत निपटारा हो जाता है। अधिक से अधिक लोगों को राष्ट्रीय लोक अदालत में पहुंचकर सुलहनीय वादों का निष्पादन कराना चाहिये। पक्षकारों को न्यायालय द्वारा नोटिस भेजा जा रहा है और उसे जल्द से जल्द तामिला कराने का निर्देश थानाध्यक्षों को दिया गया है, ताकि जल्द से जल्द पक्षकारों को राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में जानकारी हो जाये और 11 सितंबर को अधिक से अधिक वादों का निष्पादन किया जा सके। राष्ट्रीय लोक अदालत सुलहनीय वादों के निष्पादन के लिये सशक्त माध्यम है। वादों के निष्पादन होने से न्यायालय में वादों का भार कम होगा। राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिये व्यापक तौर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक पक्षकार राष्ट्रीय लोक अदालत में पहुंच सकें और अधिक से अधिक वादों का निष्पादन हो सके। सारे कार्यों का होगा निष्पादन एसडीजीएम ने अधिवक्ताओं से कहा कि उन्हें अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का उत्तराधिकारी हाईकोर्ट के पत्र के आलोक में जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा बनाया गया है। अब एसडीजीएम कोर्ट के सारे कार्यों का निष्पादन किया जायेगा. सप्ताह में तीन दिन फिजिकल और तीन दिन वर्चुअल कोर्ट चलेगा। इस दौरान बैठक में विधिक संघ दाउदनगर के अध्यक्ष उमेश सिंह महासचिव धर्मेंद्र सिंह अधिवक्ता अनिल कुमार गुप्ता, बैजनाथ प्रसाद, रामदेव यादव ,ध्रुव नारायण ओझा, शाहिद खान, कुमार शिवेंद्र, शशि भूषण सिंह समेत अन्य अधिवक्ता मौजूद थे।