मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। बारूण : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र बनारस सहित देश को 12148 करोड़ की योजनाओं का तोहफा शुक्रवार की शाम को दिया। अपने बनारस दौरे के क्रम में प्रधानमंत्री ने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर सहित 29 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इनमें सबसे महत्वपूर्ण डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर है जिसका उन्होंने सोननगर स्टेशन पर वर्चुअल मोड में लोकार्पण किया। 5705 करोड रुपए की लागत वाले डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर केवल मालगाड़ियों का परिचालन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने अपने वर्चुअल मोड में दिए गए संबोधन में इस डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को देश के विकास की एक और महत्वपूर्ण कड़ी बताया। उन्होंने कहा इस रेल लाइन के चालू होने से देश के विकास को गति प्राप्त होगी और सामान का परिवहन ज्यादा सुलभ हो सकेगा । वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी को कुल 12, 148 करोड़ की 29 परियोजनाओं की सौगात दी इसमें 1800 करोड़ की योजनाओं का देश के लिए डेडीकेटेड फ्रेट शिलान्यास और करीब 10,000 करोड़ के योजनाओं का लोकार्पण शामिल है।
इन योजनाओं में मणिकर्णिका घाट का कायाकल्प, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, तीन रेलवे ओवरब्रिज, बीएचयू में बना 10 मंजिला अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास सहित 96 सड़कों की मरम्मत और उनके निर्माण कार्य शामिल है।
देश के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की उपलब्धि – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के औरंगाबाद जिले के सोननगर रेलवे जंक्शन स्टेशन पर पं दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से सोननगर तक 13 7. 5 किलोमीटर लम्बे इस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया। इस रेल लाइन की कुल लागत 5705 करोड़ रुपए है । इस दौरान मुख्य अतिथि के रुप में हाजीपुर रेलवे जीएम अनुपम शर्मा, डीएफसीसीआई के कार्यकारी निदेशक जीजी भगनानी, डीडीयू के एडीआरएम दिलीप कुमार मौजूद रहे। डीएफसीसीआई के कार्यकारी निदेशक जीजी भगनानी ने बताया कि डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तहत निर्मित रेल लाइन पर केवल मालगाड़ियों का परिचालन किया जाएगा जिससे देश में एक कोने से दूसरे कोने तक सामानों की ढुलाई आसानी और त्वरित गति से हो सकेगी।
इसके अलावा पूर्व के रेल लाइनों पर माल गाड़ियों का दबाव कम होने से यात्री ट्रेनों के परिचालन में सहूलियत होगी और समय का पालन हो सकेगा। इस रेल लाइन के बनने से रेलवे की आय में भी भारी वृद्धि होगी। बिहार में इस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के अंतर्गत कुल 260.2 किमी ट्रैक का निर्माण किया जाना है, जिसमें वर्तमान में 141 किमी का काम हो चुका है। डीएफसीसीआईएल के उप परियोजना प्रबंधक राजेश कुमार के अनुसार रेलवे लाईन को तैयार करने में साढ़े तीन वर्ष लग गए हैं। इसे संचालन करने के लिए सोननगर जंक्शन के पश्चिम सोन तटीय क्षेत्र में एक न्यू सोननगर स्टेशन नाम का केबिन बना है और साथ ही गढ़वा रुट में बगहा विशुनपुर के पास न्यू सोननगर स्टेशन का बड़ा भवन का निर्माण कराया गया है।
समारोह में पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा, औरंगाबाद के सांसद प्रतिनिधि अश्विनी कुमार सिंह, भाजपा दे महामंत्री मुकेश सिंह, मनीष पाठक के साथ एडीआरएम दीपक कुमार, सीनियर डीएसटी राजेश कुशवाहा, एडीएन सुभन कुमार, सीनियर डीएन विकेश कुमार, पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार, सोननगर प्रबंधक राजीव कमल भी मौजूद रहे।