औरंगाबाद। जिला जज रजनीश कुमार श्रीवास्तव के द्वारा मण्डल कारा औरंगाबाद का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान प्रमुख रूप से उनके साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर, जेल अधीक्षक सुजीत कुमार झा, मण्डल कारा औरंगाबाद में प्रतिनियुक्त अधिवक्ता गजेन्द्र कुमार पाठक एवं निवेदिता कुमारी उपस्थित थे।
जहां जिला जज के द्वारा जेल के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया गया तथा बंदियों के यथा स्थिति की जानकारी प्राप्त किया गया। वहीं जिला जज ने कैदियों को कारा में उत्पन्न समस्याओं से अवगत होने के उपरांत उनके समक्ष ही तत्काल निदान करने का निर्देश जेल अधीक्षक को दिया।
वहीं इस दौरान वैसे कैदी जो प्रथम दृष्ट्या में देखने से ऐसा प्रतीत हुआ की उनकी उम्र 18 वर्ष से कम है जिनको लेकर तत्काल कारा अधीक्षक को यह निदेशित किया। इनकी सूची संबंधित न्यायालयों में उनकी आयु के सत्यापन हेतु प्रेषित करें। इसके उपरांत जिला जज ने जेल में स्थापित लिगल एंड क्लिनिक में प्रतिनियुक्त कैदी पारा विधिक स्वयं सेवकों को प्रशिक्षण एवं उनके कार्यो का मूल्यांकन के दौरान उनके द्वारा पूर्व में बनाये गये पंजी का निरीक्षण किया।
इसके अलावा जिला जज ने जेल की साफ-सफाई को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही कारा प्रशाशन को सख्त निर्देश दिया की कैदियों को सफाई युक्त स्वच्छ वातावरण व पौष्टिक खाना उपलब्ध होनी चाहिए। इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नही की जाएंगी। जिला जज के द्वारा कैदियों के बिच शैक्षणिक वातावारण के निर्माण हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा प्रदत पुस्तक को जेल प्रशासन को उपलब्ध कराया गया।
जिला जज द्वारा सभी कैदियों के बीच अच्छे व स्वस्थ्य वातावरण का निर्माण संभव हो, इसके लिए जिला जज ने कारा प्रशासन एवं जेल अधीक्षक को निदेशित किया की वे समय-समय पर कारा में शैक्षणिक कार्यक्रमों को आयोजित करें। ताकि कारा में बंदियों के स्वास्थ्य बेहतर रहे। इसके लिए योगा का अभ्यास प्रतिदिन करने के लिए प्रेरित करें।