मगध हेडलाइंस: रफीगंज (औरंगाबाद) सरकारी नौकरियों के साथ ही स्वावलंबन के जरिए बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन किए जाएंगे। उद्यमिता और कौशल विकास को बढ़ाने के लिए इस बार की बजट में जोर दिया गया है। बिहार सरकार ने इस साल के बजट में बड़ी संख्या में भर्तियों का एलान किया है। यह बात जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने कही हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार के बजट पर कहा कि सूबे के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 2 लाख 61 हजार 885 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। इस बार बजट में 10 लाख युवाओं को रोजगार देने की बातें कही गयी है। अलग-अलग विभागों में बहाली प्रक्रिया पूरी कर 10 लाख युवाओं नौकरी दिये जाने के लिए बजट मे घोषणा की गई है , जो सराहनीय कदम है। साथ ही साथ रोजगार के लिये अन्य योजनाओं के माध्यम से रोजगार सृजन को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है, यह भी सराहनीय है।
राज्य सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है, जबकि इन क्षेत्रों में सरकार को अपनी विशेष निगरानी रखकर इसपर अमल कराने की आवश्यकता है। इन दोनों क्षेत्रों में सरकार चुनौतीपूर्ण तरीके से काम कराये जिससे आमजनों के आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके ।
राज्य सरकार ने मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में खादी मॉल की स्थापना किये जाने की घोषणा सराहनीय है लेकिन सरकार को हस्तकरघा उद्योग को प्राथमिकता के आधार पर इसे बढ़ावा दे जिसकी आवश्यकता है।
समदर्शी ने आगे कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने घरेलू व कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ाकर लोगों के खाने पर आफत खड़ी कर दी है। कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ने से हर तरह का उत्पादन महंगा होगा, लागत बढ़ेगी तो उत्पादों के दाम भी बढ़ेंगे। जो नौकरीपेशा बच्चे बाहर से मंगाए टिफ़िन और खाने पर निर्भर करते हैं। ये उनकी जेब पर भी डाका है। केंद्र सरकार के दोहरीकरण नीति की बजट से सूबे बिहार की बजट अच्छी और सरहनीय है।