
औरंगाबाद। सदर प्रखंड स्थित औरंगाबाद के सत्येंद्र नगर मुहल्ले में सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय औरंगाबाद के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह के आवास पर रामायण महाकाव्य के रचयिता आदि कवि बाल्मीकि की जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन औरंगाबाद के अध्यक्ष डाॅ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह ने की। सर्वप्रथम बाल्मीकि रचित रामायण महाकाव्य की पूजा अर्चना की गयी। तत्पश्चात रामायण में वर्णित आख्यानकों के संबंध में चर्चा की गई। संबोधन के क्रम में रामायण एवं भागवत के प्रसिद्ध प्रवचनकर्ता डॉ महेंद्र पांडेय ने कहा कि बाल्मीकि रामायण पूर्णरूपेण वैज्ञानिक विधि से रची गई है। इसके प्रसंग विज्ञान के मान्यताओं को साबित करते हुए आध्यात्मिक प्रेरणाओं को सिद्ध करने में सक्षम है। इस महाकाव्य में मानव अपने जीवन को किस तरह से जीए इसकी सारी व्याख्या सटीक मिलती है। बाल्मीकि जयंती के अवसर पर समकालीन जवाबदेही के संपादक डॉ सुरेन्द्र प्रसाद मिश्रा, पुरुषोत्तम पाठक, महाराणा प्रताप सेवा संस्थान के पूर्व सचिव अनिल कुमार सिंह, आधुनिक काव्य के प्रसिद्ध कवि धनंजय जयपुरी, मीडिया प्रभारी सुरेश विद्यार्थी सहित अन्य उपस्थित थे।