
डॉ ओमप्रकाश कुमार
औरंगाबाद। दाउदनगर मुख्यालय अंतर्गत हजरत सैयदुल हिन्द सैयदना मो. कादरी अमझरी का 503 वां वाषिर्क उर्स परम्परानुसार खानकाह कादरिया अबदालिया सुलेमानिया रशीदिया के गद्दी नशी हजरत सैयद वली उल्लाह अहमद जेया कादरी की सरपरस्ती मे मनाया गया। इस अवसर पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुये चादरपोशी के साथ मजलिस का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रान्त के श्रद्धाल शामिल हुये। सैयद वजीह कादरी ने अपने प्रवचन के दौरान हजरत सैयदुल हिन्द सैयदना अमझरी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये कहा कि 596 वर्ष पूर्व हजरत सैयदुल हिन्द बगदाद से हिन्दुस्तान आये और अध्यात्म के मुताबिक जिंदगी गुजारने की लोगो को शिक्षा देते हुये सुफिजम पर बहुत काम किया और कादरी सिलसिले के महान सुफी गुरु कहलाये।