
औरंगाबाद। गुलाब चक्रवाती तूफान के असर के कारण बिहार में 30 सितंबर को खत्म होने वाला मानसून अब बढ़कर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक चला गया है। इस मामले की जानकारी देते हुए कृषि मौसम वैज्ञानिक व कृषि विज्ञान केन्द्र सिरिस के डॉ. अनूप कुमार चौबे ने कहा है कि गुलाब का आंशिक और पूर्ण असर बिहार के कई जिलों में दिख रहा है। चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ का असर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड से बढ़ते हुए बिहार तक पहुंच गया है। इस तूफान के कारण मानसून का असर राज्य में अगले एक सप्ताह के लिए बढ़ सकता है। आम तौर पर सितंबर तक बिहार से मानसून लौट जाता है, लेकिन इस बार अक्टूबर के पहले सप्ताह तक इसका असर देखने को मिल सकता है। गुलाब तूफान का तात्कालिक असर मंगलवार तक जारी रहने का अनुमान है। मानसून की ट्रफ-लाइन बीकानेर, कोटा, सागर, पेंड्रा रोड, झारसुगुडा, सागर होते हुए पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर गुजर रही है। वहीं, चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर अग्रसर है। एक चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र उत्तर-पूर्व और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के सीमावर्ती क्षेत्रों में अगले 24 घंटों में बनने की संभावना है। वहीं, 29 सितंबर तक पश्चिम बंगाल के तटवर्तीय क्षेत्रों में पहुंचने का पूर्वानुमान है। इन सभी मौसमी प्रभावों के कारण अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान गुलाब आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक इसके असर से 24 से 48 घंटो के बीच बंगाल की खाड़ी से बिहार आने वाली नमी के कारण औरंगाबाद जिले में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। औरंगाबाद जिला में इस गुलाब चक्रवार्ती तूफान का असर कम रहने की संभावना है। इस दौरान 11 से 14 किलोमीटर प्रति घण्टा के गति से हवा चलने की संभावना है, लेकिन कभी कभी तेज हवा भी चल सकता है। किसान भाइयों को अपने खेतों में फसल एवं सब्जियों पर इस समय किसी भी तरह का दवा या घुलनशील पोषक तत्व का छिड़काव नही करने का सलाह दिया जा रहा है।