खाद की किल्लत से किसान है परेशान हैं लेकीन उनका सुनने वाला नहीं है कोई: समदर्शी
औरंगाबाद। औरंगाबाद के रफीगंज में खाद को लेकर किसानों पर हुई लाठी चार्ज को जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने कड़ी निंदा की है, और कहा हैं कि जहां किसान अपनी लहलहाती फसलों को बचाने की कोशिश में सुबह से लेकर देर रात तक खाद की खोज में भटकते रहते हैं। बावजूद उन्हें पता नहीं खाद मिलेगी या नहीं, इन परिस्थितियों में उनपर पुलिस के द्वारा लाठी चार्ज करना कही से उचित नहीं नहीं है। एक तरफ़ जहां विचौलिया और कालाबजारी करने वाले पुलिस और अधिकारी के संरक्षण में मालामाल हो रहे हैं, वहीं किसान अपनी बर्बादी के दिन गिन रहे हैं और सरकार में बैठे लोग हितैषी होने का दंभ भरते फिर रहे हैं। इधर दुकानदार मनमाने कीमतों पर खुलेआम उर्वरक की बिक्री कर रहा है, बावजूद उस पर प्रतिबंध नाम की अब कोई चींज नहीं है। अधिकारीयों से बात करने पर खाद की किल्लत एवं कालाबाजारी से इंकार कर जाते है।
समदर्शी ने कहा कि बिहार में प्राय: ऐसी तस्वीर देखने को मिल रही है कि यहां आए दिन किसान यूरिया की किल्लत से जूझ रहे हैं। अगर कहीं से किसान को खाद मिल गई तो उसे जंग जीतने के बराबर समझते हैं। इस बार मौसम का साथ मिला तो किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद बनी पर खाद की किल्लत से आस टूटती नजर आ रही है और खाद के लिए किसानों पर लाठी चार्ज किया जा रहा है।