– रामविनय सिंह –
मगध हेडलाइंस: गोह (औरंगाबाद) गोह गोला पर स्थित शंकरबाग ठाकुरबाड़ी के प्रांगण में पिछले चार दिनों से आयोजित स्व. रामजी मिश्रा के पुण्य स्मृति सह एकादशी उद्यापन समारोह के अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ मेंं गया से आये पीठाधीश्वर मठाधीश बेंकटेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने तीसरे दिन विभिन्न प्रसंगों पर कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में जाने अनजाने प्रतिदिन कई पाप होते है। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही एक मात्र मुक्ति पाने का उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का आह्वान किया।
उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए।
भागवत कथा के दौरान कपिल चरित्र, सती चरित्र, धु्रव चरित्र, जड़ भरत चरित्र, नृसिंह अवतार आदि प्रसंगों पर प्रवचन करते हुए कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। उन्होंने भगवत कीर्तन करने, ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने का आह्वान किया। महाराज द्वारा प्रस्तुत किए गए भजनों पर श्रोता भाव विभोर होकर नाचने लगे।
कथावाचक महाराज ने कहा कि वैराग्य मानव को ज्ञानी बनाता है। वैराग्य में मानव संसार में रहते हुए भी सांसारिक मोहमाया से दूूर रहता है। उन्होंने वाराह अवतार सहित अन्य प्रसंगों पर प्रवचन किए। ज्ञान यज्ञ को सफल बनाने में राम उदय मिश्रा, सूरज कुमार, विपुल कुमार, अभय कुमार मिश्रा डॉक्टर राम किशोर सिंह, डॉ प्रमोद कुमार, कृष्ण अग्रवाल रामू साव, रामदुलार मिश्रा, राम इकबाल मिश्रा, स्वामी पुकार मिश्रा, रामाज्ञा मिश्रा, पूर्व प्रखंड प्रमुख सुप्रिया मिश्रा अमरेंद्र कुमार सिंह, मार्कण्डेय पांडेय छोटे सरकार सहित सैकड़ो श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान किया।