
औरंगाबाद। सदर प्रखंड स्थित संस्कृत महाविद्यालय के प्रांगण में जनेश्वर विकास केंद्र एवं जन विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी सप्ताह समापन कार्यक्रम के तहत हिंदी दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य सूर्यपत सिंह ने किया। हिंदी दिवस के मौके पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। “वैश्वीकरण स्वरूप की ओर अग्रसर हिंदी”विषयक विचार गोष्ठी का विषय प्रवेश शिक्षक उज्जवल रंजन ने कराया। जबकि, स्वागत भाषण समाजसेवी रामजी सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन सिन्हा कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. संजीव रंजन ने किया। संबोधन के क्रम में मुख्य वक्ता डॉ सुरेंद्र मिश्रा, प्रमंडलीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष राम भजन सिंह, अखिलेश सिंह ,कवि एवं लेखक राम किशोर सिंह, प्रदीप सिंह, ज्योतिर्विद शिव नारायण सिंह,मीडिया प्रभारी सुरेश विद्यार्थी, लालदेव सिंह ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में हिंदी का स्वरूप विश्व स्तर पर हो चुका है।आज हिंदी भाषा पढ़ने वालों की संख्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ गई है। मारीसस,फिनलैंड आदि देशों में हिंदी का स्वरूप उच्च कोटि का है। पूरे विश्व में विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाई जाती है। संयुक्त राष्ट्र संघ में भी हिंदी भाषा पर भारत के राजनेताओं ने समय-समय पर भाषण देकर हिंदी की महत्ता को वैश्विक स्वरूप देने का काम किया था। विचार गोष्ठी के बाद सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। हिंदी भाषा में विशेष योगदान देने वाले हिंदी सेवियों को पुष्पहार एवं शॉल देकर सम्मानित किया गया। इस क्रम में उमगा प्रकाशन संचालन में विशेष योगदान निभाने वाले पत्रकार प्रेमेंद्र मिश्रा, पत्रकार राजेंद्र पाठक, कवि जयप्रकाश कुमार, के के मंडल साइंस कॉलेज के प्रोफेसर कुंवर विजय कृष्ण ब्रजराज, समाजसेवी उर्मिला सिंह, हाजी मुस्ताक अहमद को सम्मानित किया गया। आज के हिंदी समारोह में संस्था के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने धन्यवाद ज्ञापन के क्रम में कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री विदेशों में भी हिंदी में भाषण देकर हिंदी को वैश्वीकरण के क्षेत्र में अहम भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। हिंदी दिवस समारोह के मौके पर अनिल कुमार सिंह, छत्रिय नेता धनंजय कुमार सिंह, राजू कुमार सिंह, बैजनाथ सिंह, कविता विद्यार्थी ,शिव कुमार सिंह, उपेंद्र कुमार सिंह, प्रफुल्ल कुमार सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।