
औरंगाबाद। जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) द्वारा रफीगंज में कासमा रोड स्थित पार्टी कार्यालय में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाई गई। इस मौके पर प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर शिक्षा के क्षेत्र में उनके कार्यों को याद किया और उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया। उनके जीवन पर चर्चा करते हुए कहा कि वें भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति रहे। वे भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे। उनके इन्हीं गुणों के कारण सन् 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था। उनका जन्म आजही के दिन 1888 को तमिलनाडु राज्य के तिरुट्टनी ग्राम में हुई थी। राधाकृष्णन का बाल्यकाल तिरूतनी एवं तिरुपति जैसे धार्मिक स्थलों पर ही व्यतीत हुआ। उन्होंने प्रथम के आठ वर्ष तिरूतनी में ही गुजारे। यद्यपि उनके पिता पुराने विचारों के थे और उनमें धार्मिक भावनाएं भी थीं। इसके बावजूद उन्होंने राधाकृष्णन को क्रिश्चियन मिशनरी संस्था लुथर्न मिशन स्कूल, तिरूपति में 1896-1900 के मध्य विद्याध्ययन के लिये भेजा। उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, मद्रास में शिक्षा प्राप्त की। वे बचपन से ही मेधावी थे। इस मौके पर तत्कालीन प्रखण्ड अध्यक्ष अरविंद कुमार भगत, आनंद कुमार, मुन्ना कुमार, संजय कुमार, रंजीत पाल श्रीनिवास सिंह, अवधेश कुमार, मो० मजहर, रामप्रवेश प्रसाद सिंह सहित अन्य दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।