
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मनाई गई 133 वीं जयंती
औरंगाबाद। शहर के अधिवक्ता संघ भवन के प्रांगण में बासमती सेवा केंद्र के तत्वाधान में भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 133 वीं जयंती समारोह शिक्षक दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। व्यक्ति निर्माण में शिक्षक की भूमिका विषयक विचार गोष्ठी की अध्यक्षता संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष उमेश चंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के संरक्षक सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने किया। जबकि कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण देते हुए संस्था के अध्यक्ष कविता विद्यार्थी ने कहा कि शिक्षा के बिना व्यक्ति का निर्माण नहीं हो सकता। शिक्षक दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पंचदेव धाम चपरा के संस्थापक अशोक सिंह ने अपने संबोधन के क्रम में कहा कि शिक्षक ही समाज में परिवर्तन ला सकते हैं। मुख्य वक्ता अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, कैप्टन मुनींद्र सिंह, चर्चित पत्रकार प्रेमेन्द्र मिश्रा ने संबोधन के क्रम में कहा कि वर्तमान समय में शिक्षकों की जिम्मेवारी बढ़ गई है। संबोधन के क्रम मे अन्य वक्ताओं ने कहा कि व्यक्ति के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका है। आज के कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ. सुरेंद्र मिश्रा, शिव नारायण सिंह, नेमन मेहता, राम भजन सिंह, राम किशोर सिंह, हाजी मोहम्मद मुस्ताक, उषा सिंह, भृगुनाथ सिंह, कार्यरत शिक्षक डॉ संजीव रंजन, उज्ज्वल रंजन, सुरेश विद्यार्थी, चंदन पाठक शामिल रहे। इस दौरान महाराणा प्रताप सेवा संस्थान के पूर्व सचिव अनिल कुमार सिंह, सरपंच संघ के प्रदेश महासचिव रविंद्र कुमार सिंह, सुखदेव प्रसाद सिंह, लाल देव प्रसाद, सिनेश राही, रामजी सिंह, वार्ड सदस्य रंजन सिंह, संरक्षक पारसनाथ सिंह, उपाध्यक्ष पुरंजय सिंह, विनोद मालाकार, इबरार अहमद सहित अन्य उपस्थित थे।
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