कुटुंबा (औरंगाबाद) बाबा बासुकीनाथ सेवा समिति के सदस्यों ने प्राचीन गढ़ कुटुंबा में प्रबुद्धजनों के साथ रविवार को बैठक कर 30 जनवरी को प्रस्तावित सामुहिक विवाह की रूपरेखा तय की। बैठक की अध्यक्षता डिहरी गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक युगेश सिंह के द्वारा की गई। उपस्थित लोगों ने प्रस्तावित आयोजन कि तारीफ की एवं यथासम्भव मदद करने का भरोसा दिया।
बैठक को संबोधित करते हुये अध्यक्ष बरुण कुमार सिंह उर्फ जब्बर ने कहा कि दहेज प्रथा व बाल विवाह उन्मूलन की दिशा में उठाया गया यह सकारात्मक कदम है। इसी आलोक में समिति पिछले छह सालों से लगातार सामूहिक विवाह का आयोजन कर रही है। जिसमें गरीब बच्चियों की दहेज रहित शादी कराई जाती है। समिति के सदस्यों ने झूठा दिखावा व आडंबर से बचते हुए कम खर्च में अपने बच्चों की शादी करवाने का आह्वान किया ताकि कोई गरीब परिवार इन कुरीतियों के चक्कर में पड़कर कर्ज भार तले न दबे।
मुखिया प्रतिनिधि चुनमुन सिंह ने कहा कि यहां की तमाम जनता इस कार्यक्रम में तन मन धन से सहयोग देगी। संजय सिंह ने कहा कि हमलोग मेजबानी का ऐसा अवसर खोना नहीं चाहेंगे। सभी के हर संभव सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाएंगे। शिक्षक सी.एस. साहू ने कहा कि हमलोग जितना सहयोग करेंगे कार्यक्रम उतना ही भव्य होगा। वहीं पैक्स अध्यक्ष प्रतिनिधि अरविंद सिंह ने कहा कि इस महायज्ञ को सफल बनाने में हमलोग कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
इस अवसर पर कोषाध्यक्ष जे पी गुप्ता, सक्रिय सदस्य अजय स्वर्णकार, नीरज पाठक, मृत्युंजय सिंह, भीम प्रताप सिंह, संजय पासवान, ललन मेहता, सुनील कुमार (उप मुखिया), शिवानंद दुबे, टुनटुन त्रिवेदी, हरेंद्र सिंह, राम राज यादव, सुनील साव, विनोद तिवारी, सोनू मालाकार, टुनटुन तिवारी, अजित पांडेय, धन्नजय तिवारी, अकबर अली, संतोष कश्यप, जीतू तिवारी, भगवान प्रसाद, संदीप सिंह, गजेंद्र सिन्हा, कैलाश रवि, अंजय पासवान, चंद्रभूषण पांडेय, धनंजय सिंह, राहुल, रवि, मोहित, बिट्टू, गौरव आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे।
(मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट)