औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद ज़िले के नक्सल प्रभावित इलाकों में चलाए जा रहे विशेष सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। यह कार्रवाई सुरक्षा बलों के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। हालांकि इस दौरान सुरक्षा बलों की भनक लगते ही नक्सली मौके से भागने में सफल रहे। लेकिन एक बार फिर नक्सलियों के द्वारा सुरक्षा बलों पर हमले की मंसूबों को नाकाम किया है। इस ऑपरेशन में नक्सलियों के भारी मात्रा में मोबाइल फोन, कई राउंड गोलियां, वायरलेस सेट, दो इंटरसेप्टर्स, दो कैमरा फ्लैस, तीन बारूद की थैली, दो एंड्रॉयड फोन, 50 सिम कार्ड एवं नक्सल साहित्य समेत कई अन्य अवैध सामग्रियों को बरामद किया गया।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा एवं सीआरपीएफ 205 कोबरा वाहिनी के समादेष्टा कैलाश के निर्देशन में द्वितीय कमान अधिकारी महाले मनीष, 47 वीं वाहिनी के बी.एस भाटी, द्वितीय काम अधिकारी ओमप्रकाश यादव, उप समादेष्टा नीरज कुमार, सहायक समादेष्टा 159वीं वाहिनी सीआरपीएफ, एसटीएफ एवं जिला पुलिस के संयुक्त नेतृत्व में ज़िले के मदनपुर थाना क्षेत्र के बंदी, करीबा डोभा, पचरुखिया एवं आस पास के इलाकों में की गईं।
प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने कहा कि इस कार्रवाई में जहां नक्सलियों के कुल 73 सामाग्रियों को बरामद किया गया है। वहीं उनके मंसूबों को काफ़ी अघात पहुंचा है। ऐसे में यह पुलिस के लिए बड़ी सफकता मानी जा रही है।
इस दौरान 63 मोबाइल फोन, दो एंड्रॉयड फोन, 250 राउंड गोलियां, आठ वायरलेस सेट, दो इंटरसेप्टर्स, दो कैमरा फ्लैस, बारूद की थैली, 21 आईडी बम, 50 सिम कार्ड एवं नक्सल साहित्य समेत कई अन्य अवैध सामग्रियों को बरामद किया गया। जहां कुछ जब्त सामग्रियों को यथा स्थान पर विनष्ट कर दिया गया।
यह कार्रवाई ज़िले के मदनपुर थाना अंतर्गत सुरक्षा बलों के द्वारा नक्सलियों के विरुद्ध की गई। उन्होंने कहा कि मामले में कुल 10-15 अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ नक्सल कांड दर्ज किया गया। वहीं इस अभियान के फलस्वरूप नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है। आगे भी नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाये जाने हेतु लगातार छापामारी अभियान जारी रहेगा।